Pusa Gehun Gaurav (HI 8840): भारत के लिए एक जलवायु-सहिष्णु ड्यूरम गेहूं की किस्म
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नई दिल्ली, 17 अक्टूबर 2024: पुसा गेहूं गौरव (HI 8840) एक नई विकसित ड्यूरम गेहूं की किस्म है, जो भारत के कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने का वादा करती है, विशेष रूप से प्रायद्वीपीय और मध्य क्षेत्रों में। इसे उच्च उत्पादन, जलवायु सहनशीलता और पोषण गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करते हुए विकसित किया गया है, जो उन किसानों के लिए वरदान साबित होगी जो सीमित जल उपलब्धता और उच्च तापमान जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यह किस्म न केवल उत्पादन में सुधार करती है बल्कि पोषण की दृष्टि से भी श्रेष्ठ है।
मुख्य विशेषताएँ और लाभ
उच्च उत्पादन और जल दक्षता
वर्ग | उत्पादन क्षमता (क्विंटल/हेक्टेयर) |
---|---|
औसत उत्पादन | 30.2 |
अधिकतम संभावित उत्पादन | 39.9 |
पुसा गेहूं गौरव (HI 8840) सीमित सिंचाई की स्थितियों में भी 30.2 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का औसत उत्पादन प्रदान करता है। यदि पानी की उपलब्धता बढ़ाई जाए, तो इसका उत्पादन 39.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक जा सकता है। यह किस्म अन्य प्रमुख किस्मों की तुलना में 2.4% से 13.1% तक अधिक उत्पादन देने में सक्षम है। इसकी अर्ध-बौनी प्रकृति के कारण पौधे मजबूत रहते हैं और खराब मौसम में भी गिरते नहीं हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता
पुसा गेहूं गौरव (HI 8840) में काले और भूरे रस्ट रोगों के प्रति उच्च प्रतिरोधकता होती है, जो भारत के मध्य और प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में गेहूं की फसल को प्रभावित करने वाले प्रमुख रोग हैं। इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर फसल स्वास्थ्य और उच्च उत्पादन सुनिश्चित करती है।
जलवायु सहनशीलता
इस किस्म की उष्णता और सूखा सहनशीलता इसे उन क्षेत्रों के लिए आदर्श बनाती है जहां जलवायु संबंधी चुनौतियाँ सामान्य हैं। इसका गर्मी संवेदनशीलता सूचकांक (0.94) और सूखा संवेदनशीलता सूचकांक (0.91) इसे ऊष्ण क्षेत्रों के लिए उपयुक्त बनाता है। जिन किसानों के पास जल और तापमान की चुनौतियां होती हैं, उनके लिए यह किस्म एक आदर्श विकल्प है।
पोषण गुणवत्ता
यह किस्म जिंक (41.1 ppm), आयरन (38.5 ppm) और लगभग 12% प्रोटीन सामग्री से समृद्ध है। यह सिर्फ एक उच्च उत्पादन वाली किस्म ही नहीं, बल्कि पोषण के मामले में भी श्रेष्ठ है, जो उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी है।
दोगुने उपयोग की क्षमता
पुसा गेहूं गौरव को पास्ता बनाने के लिए भी उपयुक्त माना जाता है, इसके पीले रंग के पिगमेंट की अधिक मात्रा (8.1 ppm) और अनाज की कठोरता (95) इसे आदर्श बनाती हैं। इसके अलावा, इसमें चपाती बनाने की बेहतरीन क्षमता है। इसका SDS मूल्य 40.5 मिलीलीटर है, जो इसकी बेहतरीन गुणवत्ता का प्रमाण है।
कृषि संबंधी विशेषताएँ
कृषि विवरण | विशिष्ट विशेषताएँ |
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समयबद्ध बुआई | सीमित सिंचाई की स्थितियाँ |
भौगोलिक क्षेत्र | प्रायद्वीपीय और मध्य भारत |
परिपक्वता अवधि | 110-115 दिन |
पौधे की ऊँचाई | 80-85 सेमी |
1000 अनाज का वजन | 47 ग्राम |
पुसा गेहूं गौरव (HI 8840) भारत के उन किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण किस्म है जो कठिन जलवायु स्थितियों और सीमित सिंचाई के साथ काम कर रहे हैं। इसकी उच्च उत्पादन क्षमता, जलवायु सहनशीलता, रोग प्रतिरोधकता, और पोषण की उच्च गुणवत्ता इसे देश के विभिन्न हिस्सों में उगाने के लिए आदर्श बनाती है। यह किस्म न केवल किसानों के लिए लाभकारी है, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी एक स्वस्थ विकल्प प्रस्तुत करती है।